शरीर को अंदरूनी सुरक्षा देती है, तुलसी के पत्तों की चाय – देखें इसके औषधीय गुण
Tulsi Harbal Green Tea |
Tulsi Tea Benefits in Hindi
Tulsi के पत्तों में काफी महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते हैं. वह तत्व हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक साबित होते हैं. तुल;सी की चाय को पीने से अनेक प्रकार की घातक बीमारियों को दूर किया जा सकता है| Tulsi की चाय को हम Green Tea के नाम से भी जानते हैं.
तुलसी में पाए जाने वाले पोषक तत्व – Nutrients Found In Tulsi
अधिकतर भारतीय लोगों के घर में पायी जाने वाली तुलसी के पत्तों में, अनेक प्रकार के पोषक तत्व (Nutrients) पाए जाते हैं. जो हमारे शरीर को बिना नुकसान पहुंचाए काफी लाभदायक होते हैं.
हर्बल, तुलसी के पत्तों की चायहमें अनेक बीमारियों से छुटकारा दिलाने में काफी मददगार साबित होती है.
सबसे बड़ा फायदा तो ये है कि तुलसी की चाय से आपको किसी भी प्रकार का कोई Side Effect नहीं होता है.
तुलसी में अनेक प्रकार के तत्व (Nutrients) पाए जाते हैं [1], जैसे:
- विटामिन A
- कार्बोहायड्रेट
- एस्कॉर्बिक एसिड
- जस्ता
- APIGENIN
- सेलेनियम
- Manganese
यह तत्व चाय बनाते समय जब तुलसी के पत्तों को उबालते हैं, तो यह तत्व चाय में मिल जाते हैं.
और यही चाय (ग्रीन टी) हमारे लिए चमत्कारी साबित होती है. जिससे हम हमारी अनेक प्रकार की बीमारियों (Diseases) को आसानी से दूर कर सकते हैं| और ग्रीन टी का भरपूर फायदा उठा सकते हैं.
Diseases Go away From Tulsi Tea – बीमारियों को दूर करे तुलसी की चाय
तुलसी एक प्राक्रतिक सौन्दर्य का अवतार है, तुलसी में प्राकृतिक गुण काफी मात्रा में पाए जाते हैं| जिन तत्वों का Use करके हम अपनी अनेक तरह की बीमारियों को भी कर सकते हैं दूर.
बीमारियाँ जिनमे Tulsi की चाय होती है काफी लाभदायक साबित ( Diseases In Which Green Tea Have More Benefits):
- खांसी
- सर्दी
- एसिडिटी (Acidity)
- कैंसर को दूर कने में सहायक है
- सर दर्द में आराम (Headache)
- वजन कम करने में भी है लाभदायक (Loss Weight)
- पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में
- डायबीटीज को कण्ट्रोल करती है
- गाठिया के रोग में भी मिलता है लाभ
ग्रीन टी (तुलसी चाय) बनाने के लिए आवश्यक सामग्री | Material Needed To Prepare Green Tea
तुलसी चाय (ग्रीन टी) बनाने के लिए जायदा कीमती और महत्वपूर्ण सामग्री की आवश्यकता नहीं होती है|
दोस्तों तुलसी चाय बनाने के लिए सामग्री हमारे रसोई घर में आसानी से उपलब्ध रहती है|
जिस सामग्री का प्रयोग करके हम बहुत ही स्वादिस्ट और गुणकारी चाय चाय का आनंद ले सकते हैं|
शुरूआती में रखें यह सामग्री (material) तैयार बाद में जब चाय बनाते समय उपयोगता के हिसाब से करें इस सामग्री का प्रयोग
सामग्री:
- तुलसी के पत्ते (सूखे हुए_ – 450 ग्राम
- दालचीनी – 50 ग्राम
- तेजपात का प्रयोग – 100 ग्राम
- ब्राह्मी बूटी – 100 ग्राम
- बनफसा – 25 ग्राम
- सौंफ (Sounf) – 250 ग्राम
- छोटी इलायची का उपयोग – 150 ग्राम
- काली मिर्च का करें प्रयोग – 25 ग्राम
आप चूर्ण बनाने लायक सामग्री जैसे सौंफ , काली मिर्च, इलायची को चूर्ण बनाकर भी रख सकते हैं.
तुलसी की चाय बनाने की विधी | How To Make Tulsi Green Tea In Hindi
- 1 कप तुल;सी की चाय (Green Tea) को बनाने के लिए 2 कप पानी उबालने के लिए रख दें.
- पानी को 3 से 4 मिनट तक उबलने दें.
- फिर उसमे तुलसी के पत्तों को डालें (स्वादानुसार).
- 4 से 5 मिनट के लिए इसको उबलने दें.
- स्वाद के लिए शहद या थोड़ी चीनी दल सकते हैं.
- आपकी तुलसी ग्रीन टी रेसिपी पीने के लिए तैयार है.
कब पीयें ग्रीन टी | Best Time to Drink Green Tea
यदि आप तुलसी की पत्ती की चाय का प्रयोग वज़न कम करने के लिए (To Loss Weight) कर रहे हैं तो ये करें.
- खाना खाने के बाद 1 कप Green Tea (तुलसी चाय) को पी सकते हैं.
- ऐसा करने से आपका वजन (Weight) कुछ ही दिनों में कम होने लगेगा.
यदि आप अपनी बीमारियाँ जैसे सर दर्द (Headache), एसिडिटी, कैंसर आदि बीमारियों को दूर करने के इए कर रहे हैं.
तो आप दिन में 3 से 5 बार इस चाय (Green Tea) का सेवन कर सकते हैं|
ग्रीन टी का उपयोग आप कभी भी कर सकते हैं. ये आपको निरोगी रखने में मदद करेगी.
हर्बल चाय के बारे में कुछ ख़ास बातें | Important Points About Green Tea
इन तत्वों की उपलब्धता और अनुपलब्धता के कारण तु;लसी की चाय (ग्रीन टी) के गुणों में काफी वृद्धि होती है. जिससे आप अपने शरीर को निरोगे रख सकते हैं.
- तुलसी वाली चाय (ग्रीन टी) में कोलेस्ट्रोल की मात्रा बहुत कम होती है (Very Less)
- वासा की मात्रा भी कम पाई जाती है|
- सुगर नहीं होता (सुगर फ्री )
- कैल्शियम (calcium) की मात्रा होती है काफी जायदा|
- आयरन (लोहा) की मात्रा अधिक
- फाइबर भी अधिक मात्रा में पाया जाता है|
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